
मऊ पुलिस अधीक्षक मऊ इलामारन जी के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक महेश सिंह अत्री, तथा क्षेत्राधिकारी नगर अंजनी कुमार पाण्डेय के पर्वेक्षण में “साइबर जागरूकता कार्यक्रम अभियान” के तहत *जनपदीय थाना साइबर क्राइम की टीम ने मंगलवार को देवर्षि इण्टर कालेज, इन्दरपुर भलैया जनपद मऊ के बच्चो को होने वाले साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया। जनपदीय साइबर टीम में तैनात प्र0नि0 श्री योगेश यादव, मु0आ0 शैलेन्द्र कुमार कन्नौजिया, का0 अनूप यादव थाना साइबर क्राइम में उपस्थित समस्त छात्र/छात्राओं को महिलाओं/बच्चियों से होने वाले साइबर फ्राड/सोशल मीडिया पर घटित घटनाओं के बारे में बताया* कि आज की आधुनिक दुनिया में तकनीकी सेवाओं का प्रयोग बहुत ही तेजी से किया जा रहा है जिसके हमारे जीवन मे बहुत से लाभ है परन्तु यदि इन सुविधाओ का प्रयोग सजग तरीके से न किया जाए तो हमें इसके बहुत से नुकसान भी हो सकते है। आज साइबर अपराध लोगो के लिए बहुत गम्भीर समस्या बनता जा रहा है । साइबर अपराध के अन्तर्गत साइबर अपराधी लोगों को बैंकिग सेवाओं, शिक्षा क्षेत्र, सरकारी सेवाओं व सोशल मीडिया पर लुभावने ऑफर देकर लोगों के साथ साइबर अपराध करते है जिससे लोगो को धन की हानि के साथ-साथ लोग मानसिक रूप से भी परेशान होते है। साइबर अपराधी बैंकिंग क्षेत्र में लोगों को रिवार्ड देना, केवाईसी अपडेट कराना, लोगों को उनका रिशतेदार बताकर पैसो की मांग करना, टेलाग्राम के माध्यम से ट्रेडिंग कर पैसा कमाने का लालच देकर लोगों से फ्रॉड कर पैसा उनके खातों से ट्रांसफर कर लेते है। ऐसे अपराधों से बचने के लिए लोगो को किसी भी अंजान नम्बर से यदि कॉल आती है और वह आपसे केवाईसी अपडेट करने/या अन्य सुविधाए प्रदान करने की बात करता है तो उस पर भरोसा कदापि न करें और किसी भी अंजान लिंक या किसी लालच मे आकर अपने बैंक की निजी जानकारी जैसे एटीएम कार्ड नम्बर, पिन, सीवीवी व ओ.टी.पी किसी से साझा न करें। सोशल मीडिया अपराधों स बचने के लिए सोशल मीडिया पर अंजान व्यक्ति की फ्रैंड रिक्वेस्ट को अनुमति न दे अपनी निजी जानकारी को सोशल मीडिया पर पब्लिक न करें व अपने पासवर्ड को समय समय पर बदलते रहे तथा सभी सोशल मीडिया ऐप्प में टू-स्टेप वेरिफिकेशन ऑन रखे। *किसी भी अनाधिकृत एप्लिकेशन को मोबाईल मे न रखे। यदि किसी के साथ साइबर अपराध होता है तो तत्काल टोल फ्री नम्बर 1930 या वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर शिकायत जरूर करें। साइबर अपराधों के प्रति जागरूक होकर ही साइबर अपराध से बचा जा सकता है ।*