
मऊ जिला वृक्षारोपण, पर्यावरण समिति एवं जिला गंगा समिति की बैठक हुई संपन्नबैठक के दौरान एके पांडे ने जनपद स्तरीय अधिकारियों को दिए गए लक्ष्य के सापेक्ष वृक्षारोपण एवं जियोटैग के बारे में बताया गया। जिसमें सबसे कम जियो टैग करने वाले विभाग औद्योगिक विकास विभाग, उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, नगर विकास, लोक निर्माण विभाग, परिवहन विभाग, जल शक्ति विभाग, बेसिक शिक्षा, पशुपालन एवं सहकारिता सहित कई अन्य विभागों द्वारा वृक्षारोपण तो किया गया है लेकिन जियो टैग न किये जाने के कारण जनपद की प्रगति खराब प्रदर्शित हो रही है। वही उद्योग विभाग, ऊर्जा विभाग, उद्यान विभाग एवं श्रम विभाग द्वारा जियो टैग में सत प्रतिशत वृक्षारोपण एवं जियो टैग किए जाने पर जिलाधिकारी द्वारा उनकी प्रशंसा भी की गई। जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द जिन विभागों द्वारा अभी अपने लक्ष्य को पूरा नहीं किया गया है, वे विभाग तत्काल वृक्षारोपण कराते हुए जियो टैग का कार्य पूर्ण कराएं। वन अधिकारी ने बताया कि पौधों को गैर जिम्मेदारी के साथ लगाकर छोड़ देंगे तो पौधे मृत हो जाएंगे इसलिए वृक्षारोपण करने के साथ-साथ उसकी देखभाल भी करते रहे तथा पौधों की सुरक्षा के लिए ट्राई गार्ड का प्रयोग अवश्य करें। जिलाधिकारी ने कहा कि वृक्षारोपण किसी अन्य व्यक्ति के साथ-साथ हम अपने लिए भी लगाते हैं वृक्ष किसी के हिस्से का नहीं होता है वृक्ष बिना भेदभाव, जाति समुदाय के सबको ऑक्सीजन समान रूप से देता है। इसलिए हर वृक्ष की देखभाल निश्चित रूप से करें। वहीं पर्यावरण की दृष्टि का जिलाधिकारी ने बताया कि नदी को स्वच्छ रखने के लिए शहर के गंदे पानी को जाने से रोकने की कार्रवाई प्रमुखता से की जानी चाहिए। उन्होंने सूखे कचरे एवं गीले कचरे को अलग-अलग स्थान पर रखने के निर्देश समस्त अधिशासी अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी ने पकड़ी ताल, लाल रतोय एवं नरजा लाल के संरक्षण एवं व्यापार के उद्देश्य से उपयुक्त होने वाले खाद्य पदार्थ जैसे मखाना की खेती, सिंघाड़ा एवं मत्स्य पालन तथा नदियों के किनारे सब्जी की खेती करने को कहा। जिसके लिए उप जिलाधिकारी घोसी को भौतिक सत्यापन कर आख्या देने को भी कहा। नदी की स्वच्छता के लिए स्कूलों, महाविद्यालय में जागरूकता रैली निकालकर लोगों को जागरूक करने के निर्देश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं जिला विद्यालय निरीक्षक को दिए गए। बैठक के दौरान परियोजना निदेशक रामबाबू त्रिपाठी, डीसी मनरेगा उपेंद्र पाठक, जिला कृषि अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।