
मऊ में सभापति पुरस्कार समिति डॉक्टर अखिलेश कुमार मिश्रा ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन की योजना के अन्तर्गत ‘राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान’ द्वारा वर्ष 2024-25 के लिए उत्तर प्रदेश के राज्यकर्मियों को देवनागरी लिपि में लिखी जाने वाली प्रदेश की भांषाओं / बोलियों में मौलिक एवं दीर्घकालीन साहित्यिक सेवा के लिए पुरस्कार प्रदान किये जाने हैं। इन सभी पुरस्कारों की धनराशि रुपये एक-एक लाख होगी। हिन्दी/उर्दू, गद्य/पद्य में सृजनात्मक साहित्य के अतिरिक्त यात्रा वृत्तांत, आत्मकथा, जीवनी, संस्कृति, संस्मरण, विज्ञान, पर्यावरण, अद्यावधिक विषय, आलोचनात्मक साहित्य, भूगोल, इतिहास, दर्शन, पौराणिक, शिक्षा एवं वित्त से सम्बन्धित पुस्तकें या अन्य भाषा में लिखी गयी उपयोगी पुस्तकों का हिन्दी / उर्दू में किये गये अनुवाद की पुस्तकें भी पुरस्कार हेतु विचारणीय होंगी।
उन्होंने बताया कि राज्यकर्मी साहित्यकारों को अपनी प्रविष्टि ‘सचिव पुरस्कार समिति’, ‘राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान’, कक्ष सं0-119 ब, भूतल, निकट गेट सं०-9, उत्तर प्रदेश सचिवालय, हजरतगंज, लखनऊ-226001, के पते पर भेजनी है। इस हेतु निर्धारित प्रारूप में ऑनलाइन फार्म दिनांक 15 सितम्बर, 2024 तक भर दें एवं प्रविष्टियाँ 4 प्रतियों में ऑनलाइन फार्म के प्रिंटआउट तथा पुस्तको सहित दिनांक 22 सितम्बर, 2024 तक प्राप्त हो जाना चाहिए। पुरस्कार दिये जाने की संख्या व प्रकृति में पुरस्कार चयन समिति का निर्णय अंतिम होगा।