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स्पष्टीकरण का आदेश क्यों पड़ा कूड़ेदान में क्या यह अभी नहीं पता, पूर्व प्रधान व सचिव कृपेश कुमार को।

सचिन और पूर्व प्रधान ने लूट दिया मिलकर पूरा गांव।

ग़ाज़ीपुर के मनहारी ब्लाक के फिरोसापुर ग्राम सभा में खंड विकास अधिकारी मनिहारी ने पंचायत भवन को अर्ध निर्माण देखते हुए पूर्व प्रधान व सचिन कृपेश कुमार पर स्पष्टीकरण का आदेश जारी किया की पंचायत भवन का काम पूरा कराया जा सके मगर खंड विकास अधिकारी का स्पष्टीकरण आदेश हुआ धराशाई नहीं दिया धेयान 4 महीने पहले आदेश हुआ था जारी आपको बताते चलें कि जो वर्तमान सचिव मुलायम यादव है उनसे बात हुई कि आपका पंचायत भवन क्यों अर्थ निर्माण है तो उन्होंने बताया कि कुछ वर्तमान प्रधान व पूर्व पूर्व सचिव के हिसाब में फॉल्ट आया था जैसे सचिव कृपेश कुमार ने mb किया था तो रु152000 का अरविंद कुमार जो जेई हैं उनकी mb से ज्यादा था इसलिए अर्थ निर्माण पड़ा हुआ है फिर जब विभाग प्रधान के ऊपर दबाव बनने लगा कि पंचायत भवन का काम पूरा कराए आप तो प्रधान द्वारा हिसाब मांगा गया कि कितना खर्च हुआ तो खर्चे से करीबन रु152000 का डिफरेंट आ रहा था तो प्रधान ने साफ मना कर दिया कि पहले जो डिफरेंट आ रहा है उसे सही करें उसके बाद फिर पंचायत भवन का आप लोग कम कारये तो जब जांच की बात आई तो खंड विकास अधिकारी मनिहारी ने सचिन कृपेश कुमार से स्पष्टीकरण मांगा जो की जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज्य अधिकारी ,सहायक विकास अधिकारी को तत्काल प्रभाव से देना था जो कि 4 महीने बीत जाने के बाद भी वह कार्रवाई अभी तक नहीं हो पाई पुरी अभी तक नहीं दे पाए स्पष्टीकरण और आपको बताते चले की पूर्व में जब पंचायत भवन का निर्माण होना था तो पूर्व प्रधान सचिन कृपेश कुमार ने रु570000 बिना काम कराए ही उतार लिया था यह खबर प्रमुखता से जागरण ने छपा था फिर किसी तरह काम लगा और पंचायत भवन कुछ स्तर तक गया और अभी तक काम पूरा नहीं हो पाया कई बार सचिन पूर्व प्रधान के ऊपर आरोप लगाते गए कि बिना काम कारये भुगतान कर लेना जब इस विषय में वहां के वर्तमान प्रधान से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि सचिन कृपेश कुमार अपनी मनमानी करते थे और लूटपाट करते थे जो कि आज मनिहारी ब्लॉक के एडीओ पंचायत पद पर कारभार उन्होंने संभाला है और जब यह आदेश जारी हुआ उसके कुछ दिन बाद ही उन्हें एडीओ पंचायत का चार्ज मिल गया फिर क्या था जैसे चार्ज मिला स्पष्टीकरण का मामला पूरा कूड़ेदान में पड़ गया और अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पी जैसे लगता है कि इस जन्म में यह पंचायत भवन बनना असंभव है यह भी प्रधान ने कहा की रु152000 गांव सभा का पैसा गया तो गया कहां ग्राम सभा का पैसा खाने के लिए सचिन कृपेश कुमार हमेशा तैयार रहते हैं कई बार कई मामलों में प्रधान से भी कहा सुनी भी हो गई है ।

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